रोहतक में टिटोली निवासी अनिल कुमार से धोखाधड़ी, पॉलिसी में आईडी बदलवाने के नाम पर लिए 7 लाख 27 हजार

रोहतक के राजकीय पुनर्वास प्रशिक्षण केंद्र के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से ठगी का मामला सामने आया है। जिससे बीमा पॉलिसी में आईडी बदलने के नाम पर दस्तावेज मांगे गए। कभी फीस के नाम पर तो कभी टैक्स के नाम पर पैसे ऐंठे गए। जिससे कुल 7 लाख 27 हजार 252 रुपये ठग लिए गए।

रोहतक में  टिटोली निवासी अनिल कुमार  से धोखाधड़ी, पॉलिसी में आईडी बदलवाने के नाम पर लिए 7 लाख 27 हजार

रोहतक के राजकीय पुनर्वास प्रशिक्षण केंद्र के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से ठगी का मामला सामने आया है। जिससे बीमा पॉलिसी में आईडी बदलने के नाम पर दस्तावेज मांगे गए। कभी फीस के नाम पर तो कभी टैक्स के नाम पर पैसे ऐंठे गए। जिससे कुल 7 लाख 27 हजार 252 रुपये ठग लिए गए। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। रोहतक के गांव टिटोली निवासी अनिल कुमार ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें अनिल कुमार ने बताया कि वह रोहतक के राजकीय पुनर्वास प्रशिक्षण केंद्र में चौकीदार का काम करता है। उसने बैंक से 2 बीमा पॉलिसी ले रखी हैं। एक पॉलिसी का पैसा 2026 में मिलना था।

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जून में उसके मोबाइल नंबर पर एक कॉल आई। दूसरी तरफ से मौजूद व्यक्ति ने खुद को बीमा कार्यालय का कर्मचारी बताया। इसके बाद उसने कहा कि एजेंट ने पॉलिसी में उसकी आईडी लगा दी है, जिसके कारण रकम नहीं मिलेगी। दूसरी तरफ से आए व्यक्ति ने आईडी बदलने के लिए चौकीदार के दस्तावेज मांगे। उसके जाल में फंसकर उसने सारे दस्तावेज भेज दिए। फीस के नाम पर मांगे पैसे आरोपियों ने फीस भरने के लिए कहा, जिसके बाद 24 जून को 50 हजार रुपए भेज दिए। फिर से आरोपी फीस के नाम पर और पैसे मांगने लगा। 28 जून को 99 हजार रुपए, 11 जुलाई को 99 हजार रुपए, 12 जुलाई को 87327 रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद एक महिला के फोन आने लगे, जो खुद को बीमा पॉलिसी कंपनी का कर्मचारी बता रही थी।

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 उसने पैसों पर लगने वाले टैक्स जमा करवाने के लिए बोला और कहा कि टैक्स के पैसे जमा करवाने पर ही पॉलिसी के रुपए मिलेंगे। 7.27 रुपए की ठगी उन्होंने कहा कि टैक्स के नाम पर पहले 11 हजार व 19 जुलाई को 87 हजार, 23 जुलाई को 50 हजार रुपए तथा 37225 रूपए, 31 जुलाई को 30 हजार रुपए, 50 हजार रुपए व 20 हजार रुपए, 1 अगस्त को 50 हजार, 12 अगस्त को एक लाख रुपए तथा 21 अगस्त को 35 हजार रुपए जमा करवाए। जब बीमा पॉलिसी के रुपए मांगे तो उन्होंने और रुपए जमा करवाने के लिए कहा। जिसके बाद आरोपियों पर शक हुआ। उससे कुल 7 लाख 27 हजार 252 रुपए की धोखाधड़ी हुई है। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।